शनिवार, 1 जून 2019

वर्तमान में गौरव की परिभाषा उच्च एवं सार्थक शिक्षा

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    छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के १० वीं १२ वीं के परिणाम आ चुके हैं. सफल बच्चों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिये मंगलकामना / शुभकामना देते हुए यह भी याद रखें कि जो हमारे बच्चे कम अंक के साथ उत्तीर्ण हुए या असफल हुए हैं उनके प्रति सहानुभूति आै्र आत्मीयतापुर्ण व्यवहार ही उनके लिये आने वाले समय में सफलता के द्वार खोलेगी. इस बात को ध्यान में रखकर ही हम अपने नाैनिहालों के भविष्य को गढ़ सकते हैं . 

इस बात पर संजीदगी के साथ हम सबको गाैर करना होगा इसलिए हम लोग हमारे २ जून के भिलाई के कार्यक्रम में अधिक से अधिक सभी विद्यार्थियों को आमंत्रित कर रहे हैं.

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दोस्तों,

        कोई भी समाज अपने गौरव के बिना विकसित नहीं हो सकता आत्मगौरव ही वह प्रेरणा होता है जो समाज को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है ।


           आत्मगौरव की परिभाषा परिवर्तनशील होता है वीरगाथाकाल में वीरता और धन वैभव हमारा गौरव रहा |

           

आजादी के बाद नेतृत्व और वकालत हमारा गौरव हो गया |


 वर्तमान में गौरव की परिभाषा उच्च एवं सार्थक शिक्षा बनने जा रहा है, जो समाज इस गौरव को पहचान गए वह आगे निकल गए । आज भी यह गौरव अपने प्रारंभिक चरण में है |


           दोस्तों यदि वर्तमान में समाज को अपने आत्मगौरव को पाना है तो शिक्षा के किसी भी अभियान के साथ जुड़ जाएं प्रतिभाशाली व्यक्तियों, बच्चों का सम्मान करें क्योंकि जिसका सम्मान समाज में होता है वहीं हमारी पीढ़ी का रोल मॉडल होता है । 

          

आइये शिक्षा के महाअभियान के साथ लक्ष्य के सहयोगी बने ।

         आपका लोधी फत्तेलाल चंदेल घुमका छत्तीसगढ़ 8085949002, 8871199960



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